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पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain

हैलो दोस्तों कैसे है आप सब लोग , में आशा करता हूं कि आप सभी लोग कुशल होंगे । आज के इस आर्टिकल में हम आप को पत्र के बारे में बताएंगे । हम बताएंगे कि पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain । अगर आप को भी इस विषय के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पड़े ।

दोस्तों का यह आर्टिकल पत्र के बारे में होने जा रहा हैं । आज के इस आर्टिकल में हम पत्र किसे कहते हैं और पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain । इन सारे बाते के बारे में विस्तार से जानेंगे । अगर आप भी पत्र के बारे में ये सारी बातें जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पड़े । तो चलिए करते हैं आज का आर्टिकल स्टार्ट –

पत्र किसी कहते हैं – patra kaise kahte hain – ;

पत्र लेखन एक रोचक कला है , जिसके माध्यम से हम आपनी बात बिना बोले , लिखत शब्दो मे जिसे चाहते हैं उसे बता सकते हैं और उसे अपने पास होने का अनुभव दिला सकते हैं ।

प्राचीन काल से अपनी बात को कहने का पत्र एक आसान ओर शुगम तरीका रहा हैं , लेकिन आज के दौर में पत्र लेखन सिर्फ शासकीय कार्यों में ही उपयोग किया जाता हैं । आज कल दैनिक कार्यों के लिए पत्र लिखने के लिए कोई इच्छुक नहीं हैं , उसका कारण वैज्ञानिक उनती हैं । क्युकी आज के दौर में मोबाइल फोन चल गया हैं जिसके माध्यम से मैसेज , ए – मैल , या फोन कर के सीधी बात कर लेते हैं । इस लिए आज के दौर में पत्र कि जगह मोबाइल फोन का उपयोग होने लगा है । लेकिन आज भी शासकीय कार्यों के लिए पत्र लिखने पड़ते हैं , क्युकी आज भी शासकीय कार्यों में पत्र लेखन का प्रचलन हैं ।

पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain – ;

पत्र दो प्रकार के होते हैं –

  1. अनोपचारिक पत्र
  2. ओपचारिक पत्र

वर्णन – ;

  1. अनोपचारिक पत्र = घरवालों , मित्रो , रिश्तेदारों को लिखा गया पत्र अनोपचारिक पत्र होता हैं । यह पत्र कई विषयों पर लिखा लिखा जाता हैं , जैसे – शुभकामनाए देने के लिए , हाल – चाल पूछने के लिए या अपने दोस्तो को अपनी परीक्षा कि तैयारियां बताने आदि के लिए । लेकिन आज के दौर में इस पत्र का उपयोग ना के बराबर किया जाने लगा है , इसका कारण है मोबाइल फोन । मोबाइल फोन के आ जाने से आब लोग पत्र लिखने कि बजाय सीधे जिनको पत्र लिख रहे हैं उन से मोबाइल फोन पर बात कर लेते हैं या मैसेज कर के बात कर लेते हैं । इस कारण आज के दौर में अनोपचारिक पत्रो का प्रचलन लगभग बंद हो गया हैं ।
  2. ओपचारिक पत्र = किसी अधिकारी , प्रधानाचार्य या संपादक आदि को लिखा गया पत्र ओपचारिक पत्र कि श्रेणी में आते हैं । इन पत्र्रों का उपयोग अधिकांश शासकीय कार्यों के लिए ही किया जाता हैं । इसके अंतर्गत प्राथना पत्र , शिकायत पत्र , आवेदन पत्र आदि आते हैं । ओपचारिक पत्र तीन प्रकार के होते हैं –
    1. सरकारी या कार्यालय पत्र = जो पत्र शासन के कार्यों या शासन को अवगत करवाने के लिए लिखे जाते है वो पत्र सरकारी या कार्यालय पत्र के अंतर्गत आते हैं ।
    2. प्राथना पत्र = जिस पत्र को लिखने का उदेश किसी वस्तु विशेष के लिए आग्रह करना या प्राथना करना होता हैं वैसे पत्र प्राथना पत्र के अंतर्गत आते हैं । इन पत्रों के अंतर्गत प्राचार्य से अवकाश के लिए आवेदन देना , मोहले में साफ सफाई के लिए आवेदन देना आदि आते हैं । अनोपचारिक पत्रों में अधिकांश इन्हीं पत्रों का उपयोग किया जाता हैं ।
    3. व्यवसायिक पत्र = जिन पत्रों मे व्यवसाई से संबंधित बाते लिखी या कहीं जाती हैं वे पत्र व्यवसायिक पत्र कि श्रेणी के अंतर्गत आते हैं । यह पत्र दो कंपनियों के बीच हो सकता है या किसी कंपनी या शासन के बीच हो सकता हैं । यह पत्र दो राज्यों के बीच हो सकता हैं और यह पत्र दो देशों के बीच व्यवसाय को लेकर भी हो सकता हैं ।

अनोपचारिक पत्रों का तो प्रचलन लगभग बंद ही गया हैं । इसके पीछे सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन का होना है , जब से मोबाइल फोन का उपयोग होने लगा है तब से लोग पत्र कि बजाय मैसेज , ए – मैल या सीधा कॉल करके बात करना ही पसंद करते हैं । इसके अलावा अब बहुत सारे प्रशासनिक कार्यों में भी पत्र कि बजाय ऑनलाइन आवेदन देने या भरने लगे हैं । बहुत सारी कंपनियां भी अब पत्र कि बजाय email का उपयोग करने लगी हैं । इस कारण पहले कि बजाय आब ओपचारिक पत्रों के प्रचलन में भी कमी आई हैं ।

निष्कर्ष –

आज के इस आर्टिकल में हमने पत्र के बारे में बताया हैं । हमने आज आप को इस आर्टिकल में बताया हैं कि पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain । पत्रों के प्रकार को विस्तार से बताया हैं । इसके अलावा आज के इस आर्टिकल में हमने आप को यह भी बताया हैं की पत्र किसी कहते हैं – patra kaise kahte hain ।

वैसे तो पत्र कई विषयों पर लिखा जाता हैं , लेकिन आज के इस आर्टिकल में हमने उन विषयों के बारे में बताया हैं जिन विषयों का अधिक प्रयोग किया जाता हैं । हमने आज के इस आर्टिकल में बहुत महत्वपर्ण जानकारी देते हुए बताया हैं पत्र कितने प्रकार के होते हैं – patra kitne prakar ke hote hain । हमने इस आर्टिकल में पत्रों के एक – एक प्रकार को विस्तार से बताया हैं । इसके अलावा पत्र किसे कहते हैं व इनका उपयोग क्यों कम होने लगा है इसके बारे में भी बताया हैं । जैसा कि हमने बताया है कि मोबाइल फोन के आने के बाद लगभग पत्र का प्रचलन बंद ही हो गया माना ।

तो दोस्तों अगर आपको ये इनफार्मेशन ाची लगी है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में शेयर करे और इस आर्टिकल को लाइक करे अछि रेटिंग दे तथा निचे कमेंट बॉक्स में क्यूमेंट करे और बताये आपको ये इनफार्मेशन कैसी लगी,तो मिलते अगले ऐसे हे महत्वपुर्ण informative आर्टिकल के साथ तब तक के लिए… धन्यवाद् !!!

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